इस महाविद्यालय के शैक्षिक क्रियाकलापों द्वारा भावी अध्यापिकाओं में निम्नलिखित व्यवहारगत परिवर्तन किये जायेंगे-
अपने विद्यार्थियों की मनोस्थिति का स्पष्ट अवबोध विकसित करना।
समाजीकरण की प्रक्रिया को समझना। सामाजिक प्रक्रिया के अवबोध को विकसित करना।
शिक्षण सिद्धांतो, पाठ्यक्रमों विकास एवं मूल्यांकन प्रक्रिया के अवबोध को विकसित करना।
शिक्षण विषयों की शिक्षण विधियों का विश्लेषण करना।
मार्गदर्शन एवं परामर्श देने के कौशलों का विकास करना।
सृजनात्मक चिन्तन को विकसित करना।
मार्गदर्शन एवं परामर्श देने के कौशलों का विकास करना।
शिक्षा प्रणाली पर पड़ने वाले प्रभावकारी घटकों का परिचय कराना।
अच्छे अध्यापक के गुणों का विकास करना।
अध्यापिकाओं के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना।
प्रशिक्षणार्थी बाल विकास सम्बन्धी मनोविज्ञान को जानकर उसके अनुसार शिक्षण कार्य कर सके।
भावी अध्यापिकाओं में शैक्षिक रुचि एवं अध्ययन आदतों का विकास करना।
अध्यापिकाओं में शिक्षण कौशल का विकास करना।
शोध, विचार, नवाचार एवं जीवन पर्यन्त, अध्ययन एवं सीखने की आदत का विकास करना।
अपने व्यवसाय के प्रति आस्था एवं निष्ठा का विकास करना।