सत्र 2005-06 से राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्तर के अध्यापक तैयार करने हेतु बी.एस.टी.सी. की मान्यता राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई है। बी.एस.टी.सी. में प्रवेश मोहनलाल सुखाडिया वि.वि. उदयपुर प्री टैस्ट के माध्यम से नियमो के आधार पर अंकों की अनिवार्यता आवश्यक है। निजी महाविद्यालयों की मैरिज सूची बनाने का अधिकार प्री. टेस्ट के माध्यम से राजकीय महाविद्यालय अजमेर को है।
राजस्थान में शिक्षण प्रशिक्षण को प्रभावी एवं गुणात्मक स्तरीय बनाने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राजस्थान सरकार द्वारा सन् 1988 पी.टी.ई.टी. प्रवेश परीक्षा प्रारम्भ की गई। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एन.सी.टी.ई.) में प्रवेश हेतु स्नातक स्तर पर पी.टी.ई.टी. जोधपुर के निर्धारित नियमों के अनुसार अंकों की अनिवार्यता आवश्यक है। प्रवेश पी.टी.ई.टी. के माध्यम से जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर द्वारा दिया जाता है।
मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा यह महाविद्यालय 1995 में सी.टी.ई.में क्रमोन्नत कर दिया गया क्योंकि सम्पूर्ण भारतवर्ष में शिक्षक प्रशिक्षण के आधारभूत ढांचे में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने हेतु श्रेष्ठतम गुणवत्ता से परिपूर्ण मानवीय एवं भौतिक संसाधनों से समृद्ध पूर्ण आवासीय संस्थाओं में से यह एक विशेष शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय है। इस केन्द्रीय कार्य योजना के अन्तर्गत इस महाविद्यालय द्वारा शिक्षा परियोजनाऐं, नवाचार, सेवारत अध्यापकों हेतु प्रशिक्षण विचार गोष्ठियों तथा कार्य गोष्ठियाँ आयोजित की जाती हैं।